tag:blogger.com,1999:blog-968004189933968656.post32374727374262154..comments2023-03-27T17:22:40.285+05:30Comments on प्रेषक : anirudh umathttp://www.blogger.com/profile/00809114387555229176noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-968004189933968656.post-60918630121271966522013-06-21T09:56:02.398+05:302013-06-21T09:56:02.398+05:30bohot badhai...shubhkamnayein..Umarahbohot badhai...shubhkamnayein..UmarahUmarah Azizhttps://www.blogger.com/profile/06996894700302568877noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968004189933968656.post-34773021277329609842013-06-18T12:49:18.049+05:302013-06-18T12:49:18.049+05:30marmik!marmik!ravindra vyashttps://www.blogger.com/profile/14064584813872136888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968004189933968656.post-5774565607377508432013-06-18T00:36:46.593+05:302013-06-18T00:36:46.593+05:30बहुत खूबसूरत .....इस आगाज़ के लिए बहुत बहुत बधाई ....बहुत खूबसूरत .....इस आगाज़ के लिए बहुत बहुत बधाई ...मुबारकबाद............आशा ही नही पूरी उम्मीद ...कि जल्द ही आपकी कलम इन खाली पन्नों को अपनी इबारतों से सज़ा देगी .............................................<br />अब मे केंचुली सा इस खण्डहर में पड़ा हूँ.जमीन में वे नारियल के टुकड़े कोयले बन राख हो रहे जो मुझे बुरी नजर से बचाते...<br />................................................<br />मैं सात जन्मो का प्यासा अगले सात जन्मो की प्यास पर उस जल के सागर को बिछा देता....अह्ह्ह! कितना सुखद ...पर कितना सहम व्याप्त है इसके पीछे ....जहां कुछ खो जाने का डर ....ना मिल पाने का डर हमेशा व्याप्त रहता है ....और जो मिलता है ....कुछ अतीत का डर निगल लेता है ...कुछ भविष्य समेट लेता है ...और वर्तमान के हाथ आता है ...दो बूँद और मुठी भर प्यास ...साथ साथ ...बहुत खूबसूरत अनिरुद्ध जी .....<br />हर शब्द ...मन कि मिट्टी को भिगोता .....हर शब्द बीज सा मिट्टी में घुल घुल जाता ....नम है मिट्टी .... घुल कर पनप जाये कोई कोंपल .....हरी सी ...नीले आसमां के तले .....<br />Anjuhttps://www.blogger.com/profile/11739644950456859545noreply@blogger.com